ITR 1 और ITR 2 का Difference

ITR 1 और ITR 2 का Difference

📟 ITR 1 और ITR 2 का अंतर क्या है?

हर साल जब इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) भरने का टाइम आता है, तो सबसे बड़ा कन्फ्यूजन यही होता है – कौन सा ITR फॉर्म भरें? खासकर ITR 1 और ITR 2 को लेकर लोगों के मन में बहुत सारे सवाल होते हैं। इस आर्टिकल में हम आसान और देसी भाषा में समझेंगे कि ITR 1 और ITR 2 क्या होते हैं, दोनों में क्या फर्क है और कौन-सा फॉर्म आपके लिए सही रहेगा।

📌 ITR 1 क्या है?

ITR 1 को "Sahaj" फॉर्म भी कहते हैं। ये उन individual लोगों के लिए होता है जिनकी इनकम सिंपल होती है, जैसे कि salary, pension, interest income या एक घर से rent। अगर आपकी इनकम straight-forward है, तो ये फॉर्म आपके लिए परफेक्ट है।

✅ कौन भर सकता है ITR 1?

  • आप भारत के निवासी (resident) हैं।
  • आपकी इनकम salary/pension, एक मकान से किराया और बैंक interest से है।
  • सालाना कुल इनकम ₹50 लाख या उससे कम है।

❌ कौन नहीं भर सकता ITR 1?

  • अगर आपने कोई जमीन या शेयर बेचा है (capital gains)
  • अगर आपके पास foreign assets हैं या विदेश से इनकम है
  • अगर आप किसी कंपनी के डायरेक्टर हैं
  • अगर आपकी सालाना इनकम ₹50 लाख से ज्यादा है

📌 ITR 2 क्या है?

ITR 2 उन लोगों के लिए है जिनकी इनकम salary के अलावा भी और कई sources से आती है, जैसे कि capital gains, multiple properties से rent, या foreign income। ये थोड़ा डिटेल फॉर्म है, लेकिन बहुत सारे टैक्सपेयर्स के लिए जरूरी होता है।

✅ कौन भर सकता है ITR 2?

  • आपकी salary के साथ capital gains भी हैं (जैसे शेयर या जमीन बेचने से)।
  • आपके पास एक से ज्यादा properties हैं।
  • आपने foreign investment किया है या foreign income मिलती है।
  • आपके पास unlisted equity shares हैं।

❌ कौन नहीं भर सकता ITR 2?

  • अगर आपकी इनकम self-employment या business से है
  • ऐसे मामलों में आपको ITR 3 या ITR 4 भरना होगा

📊 ITR 1 बनाम ITR 2 – Side-by-Side Comparison

फीचर ITR 1 (Sahaj) ITR 2
कौन भर सकता है? सिर्फ Resident Individuals Resident और Non-Resident दोनों
इनकम लिमिट ₹50 लाख तक कोई लिमिट नहीं
इनकम के स्रोत Salary, Pension, Interest, एक मकान से Rent Salary, Capital Gains, Multiple Properties, Foreign Income
Capital Gain की इजाजत? ❌ नहीं ✅ हाँ
Foreign Assets की इजाजत? ❌ नहीं ✅ हाँ

🧐 चलिए आसान भाषा में समझते हैं:

अगर आप एक salaried person हैं, आपकी एक ही property है, कोई capital gain नहीं है और सालाना इनकम ₹50 लाख से कम है – तो ITR 1 आपके लिए परफेक्ट है।

लेकिन अगर आपके पास investments से होने वाली कमाई है, आपने कोई shares बेचे हैं, दो से ज्यादा घर हैं या विदेश में कोई income या assets है – तो ITR 2 आपके लिए सही रहेगा।

🤔 FAQs – आपके सवाल, हमारे जवाब

❌ नहीं! अगर आप गलत फॉर्म भरते हैं तो आपकी return invalid मानी जाएगी। इससे penalty या notice भी आ सकता है। सही फॉर्म भरना बहुत जरूरी है।

✅ हाँ! ITR 1 को Sahaj इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसे भरना वाकई बहुत सरल है। इसमें ज्यादा डेटा या डिटेल्स नहीं देनी होती।

📝 अगर इस साल आपकी इनकम सिंपल थी और आपने ITR 1 भरा, लेकिन अगले साल आपने शेयर बेचे या foreign income आई – तो अगले साल आपको ITR 2 या कोई और फॉर्म भरना होगा।

✍️ निष्कर्ष (Conclusion)

अब आप समझ ही गए होंगे कि सही ITR चुनना क्यों जरूरी है। गलती से गलत फॉर्म भरना न केवल आपकी return को invalid कर सकता है, बल्कि unnecessary परेशानी भी खड़ी कर सकता है। ITR 1 है simple नौकरीपेशा लोगों के लिए, जबकि ITR 2 उन लोगों के लिए है जिनके पास complex income structure है।

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